मनुष्य होने की कला–(A bird on the wing)-प्रवचन-04

यह कहानी बहुत ही साधारण है, लेकिन इसे समझना कठिन है। ऐसा हमेशा से होता रहा है। जो चीज जितनी अधिक साधारण होती है, उसे समझना उतना ही अधिक कठिन होता है। किसी जटिल चीज को समझने के लिए तुम्हें उसे विभाजित कर उसका विश्लेषण करना होता है। एक साधारण चीज को न तो विभाजित किया जा सकता है और न उसका विश्लेषण किया जा सकता। वह चीज इतनी साधारण होती है कि उसमें ऐसा कुछ होता ही नहीं जिसे विभाजित कर उसका विश्लेषण किया जा सके। साधारण चीज समझने से हमेशा छूट जाती है, यही कारण है कि परमात्मा नहीं समझा जा सका। परमात्मा सबसे अधिक साधारण है, पूरी तरह कोई भी चीज जितनी ही अधिक साधारण होना संभव है, उससे भी साधारण। यह संसार समझा जा सकता है क्योंकि यह बहुत जटिल है। जितनी अधिक जटिल चीज होती है, मन उस पर उतना ही अधिक कार्य कर सकता है। जब वह साधारण है तब वहां श्रमपूर्वक अध्ययन करने को होता ही नहीं, मन कार्य कर ही नहीं सकता।