ओमनीपोटेंट, Omnipotent
यह ओम् बड़ा अदभुत शब्द है। यह असाधारण शब्द है। असाधारण इसलिए कि अर्थहीन शब्द है। सब शब्दों में अर्थ होते हैं, इस शब्द में कोई अर्थ नहीं है। इसलिए ओम् का हम दुनिया की किसी भाषा में अनुवाद नहीं कर सकते हैं। कोई उपाय नहीं है। अर्थ हो तो अनुवाद हो सकता है, क्योंकि उसके अर्थ का दूसरा शब्द दुनिया की किसी भी भाषा में मिल जाएगा। लेकिन ओम् का अनुवाद नहीं कर सकते, क्योंकि यह अर्थहीन है, यह मीनिंगलेस है। सब शब्दों में मीनिंग होते हैं, इसमें कोई मीनिंग नहीं है, इसमें कोई अर्थ नहीं है। यह शब्द जिन्होंने बनाया, यह उन्होंने शब्द और निःशब्द के बीच में एक कड़ी खोजी। शब्द है अर्थपूर्ण। निःशब्द न अर्थ है, न अनर्थ है, पार है। इन दोनों के बीच में एक ब्रिज बनाया ओम् का। यह भाषा की, शब्द की ध्वनियों की जो तीन मूल ध्वनियां हैं, अ उ म, उन तीनों को जोड़ कर बना लिया। समस्त शब्द-ध्वनियां अ उ म का विस्तार हैं। ए यू एम का विस्तार हैं। उन तीनों को जोड़ कर इस ओम् को बना लिया। इसलिए फिर इस ओम् को शब्द की तरह लिखा भी नहीं, इसको पिक्चोरियल बना लिया, इसका चित्र बना दिया, जिसमें कि यह भी खयाल में न रहे कि यह कोई शब्द है। यह एक चित्र है। और वहां खड़ा है जहां शब्द समाप्त होते हैं और निःशब्द शुरू होता है। यह सीमांत का पत्थर है। यह उस जगह खड़ा है ओम्, जहां से आगे फिर शब्द नहीं है। जिसके इस तरफ शब्द हैं। यह बीच की कड़ी है। हम ताली बजाते हैं तो यह आहत नाद है, दो चीजों की टक्कर से पैदा होता है। आहत नाद का अर्थ है, दो चीजों की टक्कर से पैदा हो। ढोल पीटते हैं, आहत नाद है। बोलते हैं तो ओंठ और जीभ का आहत नाद है। जब सब बंद हो जाता है, जहां दो ही नहीं रह जाते, एक ही रह जाता है, तब अनाहत नाद होता है। बिना किसी चोट के, बिना दो के टकराए ध्वनि होती है; वह जो ध्वनि है अनाहत, उसे इस देश के मनीषियों ने ओम् की तरह व्याख्या की है। दूसरे देश के मनीषियों ने भी उसकी व्याख्या की है, तो वह करीब-करीब ओम् के है। जैसे क्रिश्र्चियन आमीन कहते हैं। वह ओमीन की व्याख्या है, वह ओम् की व्याख्या है। मुसलमान भी अमीन कहते हैं। उपनिषद लिखा जाएगा तो सब लिखने के बाद आखिर में ऋषि लिखेगा: ओम् शांतिः शांतिः शांतिः। मुसलमान आयत पढ़ेगा, शास्त्र लिखेगा, तो आखिर में सब लिखने के बाद लिखेगा: अमीन, अमीन, अमीन। उससे पूछो, अमीन का अर्थ क्या है? अमीन अर्थहीन है। वह उसी कॉज्मिक ध्वनि की व्याख्या है उसकी, ओम् की ही व्याख्या है। क्रिश्र्चियन भी आमीन का उपयोग करता है। अंग्रेजी में कुछ शब्द हैं: ओमनीसिएंट, ओमनीप्रेजेंट, ओमनीपोटेंट। ये बड़े अजीब शब्द हैं। इनका अंग्रेजी भाषाशास्त्र के पास व्युत्पत्ति का सूत्र नहीं है। ये सब ओम् से बने हैं। ओमनीसिएंट का मतलब है, जिसने ओम् को देखा। यह बहुत मुश्किल मामला है। इसलिए अंग्रेजी भाषाशास्त्री बड़ी कठिनाई में पड़ता है कि इसका मतलब क्या है? इस ओमनीसिएंट का मतलब क्या है? वन हू हैज सीन दि ओम्। जिसने ओम् को देखा, वह ओमनीसिएंट है। ओमनीप्रेजेंट का क्या मतलब है? जो ओम् में उपस्थित हो गया। जो ओम के साथ एक हो गया। ओमनीपोटेंट का क्या मतलब है? कि जिसको उतनी ही ऊर्जा मिल गई जितनी ओम् की है, जो उतना ही शक्तिशाली हो गया जितना ओम् है, जितना आमीन है। - अनाहत नाद
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